मेरे ख्यालों के कुछ रंग मेरे भावो की अभिव्यक्ति है। जीवन में घटित होने वाली घटनायें कभी कभी प्रेरणा स्रोत का काम कर जाती है । यही प्रेरणा शब्दों के माध्यम से प्रस्फुटित होती है जिसे मैंने कविता के रूप सजाने का प्रयास किया है । आनंद लिजिये।
गुरुवार, 16 नवंबर 2017
लकड़ी की गाड़ी
वो लकड़ी की गाड़ी,
मिट्टी का रोड,
चलाते थे जिसे,
बचपन मे हर रोज,
ना दुपहिया, ना चौपहिया,
थी वो छोटी सी तिपहिया,
सिखाया था जिसने,
घुटनो से ऊपर उठना,
पैरो पर खड़े होकर,
सीना ताने चलना।
--सुमन्त शेखर
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