शुक्रवार, 30 जनवरी 2015

हिन्दी भाषा

मन में मेरे उठा ये सवाल है 
हिन्दी भाषा का क्या आधार है
क्यों हो रहा शब्दों का विस्मरण
कैसे करूं मै इसका मनन

लिखने को हिन्दी में जब मै 
कर कलम ले कागज में लिखता 
हिन्दी के शब्दों को छोड़ो 
ए बी सी डी ही छप जाता

भुल ना जाऊं मै अब हिन्दी 
मुझको इसका डर है सताता 
करता हुँ धन्यवाद गूगल का 
जिसने हिन्दी का शब्द बचाया

मंगलवार, 13 जनवरी 2015

शेर vs शेर

उस शेर और इस शेर में बस इतना सा ही है फर्क
एक जंगलों में मिलता है और एक रहता हमारे संग
वो करता सबको खौफजदा ये लोगो को है बहुत पसंद 
दुर भागते है सब उससे, ये दिल में जगह बनाता है
आप एक शेर से डरते हो, मैं शेरो के संग रहता हुँ 

बुधवार, 7 जनवरी 2015

सवाल ?

तलाश रहा हुँ मैं खुद को 
जाने क्या मेरी पहचान है
कौन हुँ मैं क्या ध्येय है मेरा 
सबसे बड़ा सवाल है ?
जीवन के अंधेर डगर पर 
किस मंजिल तक मुझे जाना है 
क्या खोना है,क्या पाना है 
कब तक धक्के खाना है ?
उलझी है ये डोर जगत की 
कैसे इसे सुलझाना है 
सोच रहा हुँ मै मुसाफिर 
कितनी दुर अभी जाना है ?

शुक्रवार, 2 जनवरी 2015

खाने का स्वाद

बाजार से लौटते वक्त 
लोगो ने पुछ दिया मुझसे आज 
सुमन्त शेखर !!!
क्या लाये हो आज 
क्या खाने में है कुछ खास 
जवाब में यही मै कह पाया 
लाया हूँ खाने का स्वाद 
नमक मिर्च संग थोरा प्याज 
मीठे का भी कुछ है भाग 
चलो मिलकर भोग लगाये आज।