मेरे दोस्त की अभी अभी हुई है सगाई
खुश है की अब जल्दी से मिलेगी लुगाई
ना जाने कैसा इश्क हुआ है उनको भाई
अब फ़ोन पर चिपके रहते है ओढ़ के रजाई
होठ हिलते है केवल , कुछ आवाज नहीं होती
एक दूसरे से ऐसे ही रात भर उनकी बात होती
जान जानु सोनु बाबु बड़े प्यार से कह के बुलाते
मीठे मीठे सपने में खोये यूं ही अक्सर रात बिताते
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