यूँ तो आज हमने उम्र के एक पड़ाव को पार किया
लोग कहते है बुढ़ापे की तरफ एक और कदम बढ़ा दिया
गौर से देखो तो नजर कुछ और आता है
कि इस दुनिया में संघर्ष का और एक साल निकाल लिया
ये तो बस आप सभी के आशीर्वाद और दुआओं का फल है
जो हमने ये मुकाम पा लिया
बरसता रहे आपका आशीर्वाद और दुआ हम पर अनवरत
बस यही सौगात मांगता हुँ
--सुमन्त शेखर